संविधान निर्माण
संविधान क्या है ?
संविधान की जरुरत क्यों होती है ?
संविधान बनते कैसे है ? उन्हें कौन बनाता है ?
किसी लोकतांत्रिक देश के संविधान को आकार देने वाले मूल्य कौन-कौन से है ?
क्या संविधान में बदलाव किया जा सकता है ?
संविधान : देश का सर्वोच्य क़ानून | इसमें किसी देश की राजनीति और समाज को चलाने वाले मौलिक क़ानून होते है | |
दक्षिण अफ्रीका में लोकतांत्रिक संविधान
* नेल्सन मंडेला तथा सात अन्य नेताओं को दक्षिण अफ्रीका की गोरे शासकों ने 1964 में रंगभेद से चलने वाली शासन व्यवस्था का विरोध करने के लिए आजीवन कारावास की सजा दी गई थी |
* इन नेताओं को 28 वर्षों तक दक्षिण अफ्रीका की भयावह जेल , रोब्बेन द्वीप में कैद रखा गया था |
रंगभेद : दक्षिण अफ्रीका की सरकार की 1948 से 1989 के बीच काले लोगों के साथ नस्ली-अलगाव और खराब व्यवहार करने वाली शासन व्यवस्था थी , जिसे रंगभेद कहा जाता था | |
रंगभेद के खिलाफ संघर्ष :
* रंगभेद नस्ली भेदभाव पर आधरित व्यवस्था का नाम है जो दक्षिण अफ्रीका में यूरोप के गोरे लोगों ने लादी थी |
* 17वीं और 18वीं सदी में व्यापार करने आई यूरोप की कंपनियों ने दक्षिण अफ्रीका के लोगों को हथियारों और जोर-जबरदस्ती से गुलाम बनाया और स्थानीय शासन को अपने हाथों में ले लिया |
* दक्षिण अफ्रीका के लोग काले होते है | इसलिए यूरोपीय लोगों ने खुद को श्रेष्ठ बताने के लिए काले-गोरे रंग के आधार पर विभाजित कर दिया |
* रंगभेद की शासकीय नीति रेल, स्कूल, कालेज,पुस्तकालय, समुद्र तट, सार्वजनिक शौचालयों तक पृथक व्यवस्था था |
* 1950 से अश्वेत, रंगीन चमड़ी वाले ( मिश्रित नस्ल के लोग जो भारत से गए लोग भी थे ) और भारतीय मूल के लोगों ने रंगभेद प्रणाली के खिलाफ संघर्ष किया |
* रंगभेद नीति का विरोध अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के नेतृत्व में किया गया | इसमें मजदूर संगठन और कम्युनिष्ट पार्टी में शामिल थी |
* लम्बे संघर्ष के बाद गोरे शासकों ने नियमों में बदलाव लाना आरम्भ किया - राजनैतिक दलों पर लगा प्रतिबन्ध और मीडिया पर लगा प्रतिबन्ध हटा लिया गया |
* 28 वर्ष तक जेल में कैद रखने के बाद नेल्सन मंडेला को आजाद कर दिया गया |
* आखिरकार 26अप्रैल 1994 की मध्य रात्री को दक्षिण अफ्रीका गणराज्य का नया झंडा लहराया और लोकतांत्रीक देश बन गया |
* नए लोकतांत्रीक दक्षिण अफ्रीका में सभी नस्लों तथा स्त्री-पुरूष की समानता, लोकतांत्रीक मूल्यों, सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों पर आधारित राष्ट्र का निर्माण हुआ |
नेल्सन मंडेला का कथन " मैंने गोरों के प्रभुत्व के खिलाफ संघर्ष किया और मैंने ही अश्वेतों के प्रभुत्व का विरोध किया है | मैंने एक ऐसे लोकतांत्रिक और स्वतंत्र समाज की कामना की है जिसमें सभी लोग पूरे मेल-जोल के साथ रहे और सबको समान अवसर उपलब्ध हों | मैं इसी आदर्श के लिए जीवित रहना और इसे पाना चाहता हूँ और अगर जरुरत पड़ी तो इस आदर्श के लिए मैं जान देने को भी तैयार हूँ"|
हमें संविधान की जरुरत क्यों है ?
संविधान निम्न काम करता है | जिनमें प्रमुख है -
1. संविधान साथ रह रहे विभिन्न तरह के लोगों के बीच जरुरी भरोसा और सहयोग विकसित करता है |
2. यह स्पष्ट करता है की सरकार का गठन कैसे होगा और किसे फैसले लेने का अधिकार होगा |
3. यह सरकार के अधिकारों की सीमा तय करता है और हमें बताता है की नागरिको के क्या अधिकार है , और
4. यह अच्छे समाज के गठन के लिए लोगों की आकांक्षाओं को व्यक्त करता है |
अर्थात संविधान लिखित नियमों की ऐसी किताब है जिसे किसी देश में रहनेवाले सभी लोग सामूहिक रूप से मानते है | संविधान सर्वोच्य क़ानून है जिससे किसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के बीच आपसी सम्बन्ध तय होने के साथ-साथ लोगों और सरकार के बीच सम्बन्ध भी तय होते है |
जिन देशों में संविधान है, वे सभी लोकतांत्रिक शासन वाले हों ये जरुरी नहीं है | लेकिन जिन देशों में लोकतांत्रिक शासन है वहां संविधान का होना जरुरी है |
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M. PRASAD
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