Monday 17 January 2022

Social Science Practice Paper Set-1 Based on CBSE Sample Paper Term -2 Exam 2022 with Solutions

Social Science Practice Paper Based on CBSE Sample Paper Term -2 Exam 2022 with Solutions


PRACTICE QUESTION PAPER 2021-22 
TERM II 
CLASS X 
SOCIAL  SCIENCE      -                                 CODE 087 

Time : 2 Hours                                                 MM: 40

General Instructions: 

i. This Question paper is divided into five sections-Section A, B, C, D and E.

ii. All questions are compulsory.

iii. Section-A: Question no. 1 to 5 are very short answer type questions of 2 marks each. 
Answer to each question should not exceed 40 words.

iv. Section-B: Question no. 6 to 8 are short answer type questions, carrying 3 marks each. Answer to each question should not exceed 80 words.

v. Section-C: Question no. 9 and 10 are long answer type questions, carrying 5 marks each. Answer to each question should not exceed 120 words.

vi. Section-D: Question no. 11 and 12 are Case Based questions.

vii. Section-E: Question no. 13 is map based, carrying 3 marks with two parts, 13.1 from History (1 mark) and 13.2 from Geography (2 marks).

viii. There is no overall choice in the question paper. However, an internal choice has been provided in a few questions. Only one of the choices in such questions have to be attempted.
 
ix. In addition to this, separate instructions are given with each section and question, wherever necessary.

----------------------------------------------------------------------------------

Section A  2*5=10

Very Short Answer Type Questions

1.  सविनय अवज्ञा आन्दोलन की सीमाएं क्या थी ?

2. कृषि तथा उद्योग एक-दूसरे के पूरक है उदाहरण द्वारा स्पष्ट करे

3.  राजनीतिक दल के दो कार्य बताएं |

4. वस्तु विनिमय प्रणाली आवश्यकताओं का दोहरा संयोग है | कैसे ?

5.  5.1                  सुमेलित करें

              सूची ‘क’                     सूची ‘ख’

A.            मुद्रा का स्वरूप                   1. रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया

B.            करेंसी नोट जारीकर्ता             2. चेक

C.            मांग जमा                      3. कागजी मुद्रा और सिक्के

D.            नगदी के प्रयोग के बिना भुगतान   4. बैंकों में निक्षेप

कूट :

                A             B              C              D

a.             3              2              1              4             

b.             2              1              3              4             

c.             3              1              4              2             

d.             4              3              2              1             

 

5.2. रिजर्व बैंक इंडिया के एक मुख्य कार्य बताएं |

Section B                           3*3=9

Short Answer Type Question

 

6.  बैंकों और सहकारी समितियों को अपनी ऋण देने की गतिविधियों को ग्रामीण क्षेत्र में बढाने के किन्ही तीन कारणों की व्याख्या कीजिए | - CBSE- 2019

                        अथवा

ग्रामीण अर्थव्यवस्था में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका को स्पष्ट कीजिये | CBSE- 2020

7. ‘ आदिवासी किसानों ने महात्मा गांधी के सन्देश और स्वराज के विचार का कुछ और ही मतलब निकाला’ | उपयुक्त उदाहरण देकर कथन का समर्थन करें | CBSE-2019

8. राष्ट्रीय दल राज्य स्तरीय दल की मान्यता प्राप्त करने हेतु किन शर्तों को पूरा करना जरूरी होता है ?

Section C

Long Answer Type Questions                   2*5=10

 

9. लोकतंत्र सामाजिक विविधताओं में सामंजस्य कैसे लाता है ? उदाहरण देकर बताएं |

अथवा

लोकतंत्र किस प्रकार एक उत्तरदायी, जिम्मेदार तथा वैध सरकार बनाता है ?

10. भारत में वैश्वीकरण के प्रभावों का विश्लेष्ण करें | cbse - 2020

अथवा

बहुराष्ट्रीय कम्पनी क्या है ? इसके किन्ही चार विशेषताओं का वर्णन करें | CBSE- 2011

Section D

Case Based Questions                        2*4=8            

 

11.  निम्नलिखित स्रोत को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित  प्रश्नों के उत्तर दीजिये |

गांधीजी ने वर्ष 1919 में प्रस्तावित रालेट एक्ट (1919) के खिलाफ एक राष्ट्रवादी सत्याग्रह आन्दोलन चलाने का फैल्सला लिया| भारतीय सदस्यों के भारी विरोध के बाबजूद इस क़ानून को इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल ने बहुत  जल्दबाजी में पारित कर दिया था |

फरवरी, 1922 में महात्मा गांधी ने असहयोग आन्दोलन वापस लेने का फैसला कर लिया | उनको लगता था कि आन्दोलन हिंसक होता जा रहा है और सत्याग्रहियों को व्यापक प्रशिक्षण की जरूरत है | कांग्रेस के कुछ नेता इस तरह के जनसंघर्षों से थक चुके थे| वे वर्ष 1919 के गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट के तहत गठित की गई प्रांतीय परिषदों के चुनाव में हिस्सा लेना चाहते थे | उनको लगता था कि परिषदों में रहते हुए ब्रिटिश नीतियों का विरोध करना, सुधारों की वकालत करना और यह दिखाना भी मह्त्वपूर्ण है कि ये परिषदें लोकतांत्रिक संस्थाएं नहीं है | सी आर दास और मोतीलाल नेहरू ने परिषद अराजनीति में वापस लौटने केलिए कांग्रेस के भीतर ही स्वराज पार्टी का गठन कर डाला |

जवाहरलाल नेहरु और सुभाष चन्द्र बोस जैसे युवा नेता ज्यादा उग्र जनांदोलन और पूर्ण स्वतन्त्रता के लिए दबाब बनाए हुए थे | आंतरिक बहस व् असहमति के इस माहौल में दो ऐसे तत्त्व थे, जिन्होने बीस के दशक के आख़िरी सालों में भारतीय राजनीती की रूपरेखा एक बार फिर बदल दी |

11.1   फरवरी, 1922 में गांधीजी ने किन कारणों से असहयोग आन्दोलन बीच में ही समाप्त करने की घोषणा की ? (1)   

11.2   रालेट एक्ट (1919) का विरोध भारतीयों द्वारा क्यों किया जा रहा था ?   (1)

11.3   स्वराज दल की स्थापना का मुख्य उद्वेश्य क्या था ?    (2)

12.   निम्नलिखित स्रोत को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित  प्रश्नों के उत्तर दीजिये |

राज्यों व् देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान –प्रदान व्यापार कहलाता है | बाजार एक ऐसी जगह है जहां इसका विनिमय होता है | देशों के मध्य यह व्यापार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है | यह समुद्री, हवाई व् स्थलीय मार्गों द्वारा हो सकता है | यद्यपि स्थानीय व्यापार शहरों, कस्बों व गाँवों में होता है , राज्यस्तरीय व्पापार दो या अधिक राज्यों के मध्य होता है | एक देश के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रगति उसके आर्थिक वैभव का सूचक है | इसलिए इसे राष्ट्र का आर्थिक बैरोमीटर भी कहा जाता है |

सभी देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर निर्भर है क्योंकि संसाधनों की उपलब्धता क्षेत्रीय है अर्थात इनका वितरण असमान है | आयात तथा निर्यात व्यापार के घटक है | आयात व् निर्यात का अंतर ही देश के व्यापार संतुलन को निर्धारित करता है | अगर निर्यात मूल्य आयात मूल्य से अधिक हो तो उसे अनकूल व्यापार संतुलन कहते है | इसके विपरीत निर्यात की अपेक्षा आयत असंतुलित व्यापार कहलाता है |

12.1   अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को किसी राष्ट्र का आर्थिक बैरोमीटर क्यों कहा जाता है ?    (1)

12.2   अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का क्या आशय है ?    (1)

12.3   अनुकूल व्यापार संतुलन और प्रतिकूल व्यापार संतुलन में अतंर स्पष्ट करें |  (2)

Section E       3*1=3

Map Work

13. दिए गए भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित स्थलों को दर्शाए |

13.1   A स्थान जहां हिंसा के कारण असहयोग आन्दोलन स्थगित करना पडा

13.2   I)              राजा सांसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

              II)     कैगा परमाणु संयंत्र



 

Marking Scheme  /Solutions
 Section A                                                         2*5=10

Very Short Answer Type Questions

1. सविनय अवज्ञा आन्दोलन की सीमाएं क्या थी ?


उत्तर: सविनय अवज्ञा आन्दोलन की सीमाएं :

* कांग्रेस रूढ़िवादी सवर्ण हिन्दू सनातनापंथियों के डर से दलितों पर ध्यान नहीं दिया| लेकिन गांधीजी ने ऐलान किया कि अस्पृश्यता (छुआछूत) को खत्म किए बिना सौ साल तक भी स्वराज की स्थापना नहीं की जा सकती|

* अछूतों को हरिजन यानि ईश्वर की सन्तान बताया| उन्होंने मंदिरों, सार्वजनिक तालाबों, सड़कों, और कुओं पर समान अधिकार दिलाने के लिए सत्याग्रह किया|

* कई दलित नेता अपने समुदाय की समस्याओं का अलग राजनीतिक हल ढूंढना चाहते थे| उन्होंने शिक्षा संस्थानों में आरक्षण के लिए आवाज उठाई और अलग निर्वाचन क्षेत्रों की बात कही ताकि वहां से विधायी परिषदों के लिए केवल दलितों को ही चुनकर भेजा जा सके| क्योकि इनकी भागदारी काफी सीमित थी|

2. “ कृषि तथा उद्योग एक-दूसरे के पूरक है “ उदाहरण द्वारा स्पष्ट करे |


उत्तर:

* भारत में बहुत सारे उद्योग कृषि सम्बन्धी कच्चे माल पर निर्भर है, मसलन चीनी उद्योग, सूती वस्त उद्योग , पटसन उद्योग इत्यादि |

* उद्योग कृषि की पैदावार बढाने के लिए कृषि में उपयोग आने वाली उत्पादों का निर्माण किया , मसलन सिंचाई के लिए पम्प, जुताई के लिए टैक्टर, कीटनाशक दवाइयां, कृषि औजार आदि

3. राजनीतिक दल के दो कार्य बताएं |


उत्तर:

* चुनाव लड़ना

* सरकार का गठन करना

* जनमत का निर्माण करना

4. वस्तु विनिमय प्रणाली आवश्यकताओं का दोहरा संयोग है | कैसे ?


उत्तर:

* वस्तुओं के बदले वस्तुओं के आदान-प्रदान की प्रणाली वास्तु विनिमय प्रणाली कहते है |इस प्रणाली में लेन-देन का माध्यम मुद्रा पर केन्द्रित न होकर वस्तुओं पर केन्द्रित होता है |

* दोनों पक्षों को वस्तु के बदले वस्तु खरीदने और बेचने पर सहमती होना होता है अन्यथा विनिमय संभव नहीं |

* उदहारणस्वरूप कोई व्यक्ति पुरानी किताबें बेचकर घड़ी खरीदना चाहता है तो, उसे ऐसे व्यक्ति को तलाशना होगा जिसे घड़ी बेचकर पुरानी किताबें लेने को तैयार हो | यही है इस प्रणाली का दोहरा संयोग है |

5. 5.1 सुमेलित करें


            सूची ‘क’                          सूची ‘ख’

A.      मुद्रा का स्वरूप                1. रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया

B.      करेंसी नोट जारीकर्ता        2. चेक

C.      मांग जमा                          3. कागजी मुद्रा और सिक्के

D.      नगदी के प्रयोग के बिना भुगतान         4. बैंकों में निक्षेप

कूट :

        A      B     C     D

a.      3      2      1      4

b.      2      1      3      4

c.      3      1      4      2

d.      4      3      2      1

उत्तर: C



5.2. रिजर्व बैंक इंडिया के एक मुख्य कार्य बताएं |


उत्तर: 1. मुद्रा निर्गत करना

2. व्यवसायिक बैंको की निगरानी करना



                            Section B                              3*3=9

Short Answer Type Question




6. बैंकों और सहकारी समितियों को अपनी ऋण देने की गतिविधियों को ग्रामीण क्षेत्र में बढाने के किन्ही तीन कारणों की व्याख्या कीजिए |  CBSE- 2019


उत्तर:

* अनौपचारिक क्षेत्र (जैसे जमींदार, साहूकार तथा व्यापारी ) ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च ब्याज दर पर ऋण देते है , इसलिए उधारकर्ता के लिए लागत बहुत अधिक होती है |

* अधिक मात्रा में उधार लेने पर आय का बड़ा हिसा निवेश करने के बजाय ऋण चुकाने में चला जाता है |

* औपचारिक साख स्रोतों की भूमिका ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ने से सरकार की योजनाओं का लाभ इन्हें मिलता है |

                                            अथवा

ग्रामीण अर्थव्यवस्था में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका को स्पष्ट कीजिये | CBSE- 2020


उत्तर:

* स्वयं सहायता समूह ने गरीबों और महिलाओं में संगठन शक्ति और बचत पूंजी को बढावा दिया है |

* महिलाओं का आर्थिक रूप से स्वावलंबी होना और साम्माजिक विषयों (स्वास्थ्य, पोषण, घरेलू हिंसा ) पर चर्चा करना |

* गरीबों और वंचित वर्ग में आत्मनिर्भरता का विकास करना

* स्वयं सहायता के द्वारा कम ब्याज पर ऋण की उपलब्धता, जिसके कारण छोटे-छोटे कार्यों का सम्पादन संभव हो सका |



7. ‘ आदिवासी किसानों ने महात्मा गांधी के सन्देश और स्वराज के विचार का कुछ और ही मतलब निकाला’ | उपयुक्त उदाहरण देकर कथन का समर्थन करें |                                             CBSE-2019


उत्तर:

* आदिवासी किसानों ने सोचा कि गांधीजी ने यह घोषित किया कि किसी भी कर का भुगतान नहीं किया जाएगा और गरीबों के बीच भूमि का पुनर्वितरित किया जाएगा |

* असहयोग आन्दोलन से प्रेरित होकर अल्लूरी सीताराम राजू ने गांधी जी की महानता की बात की तथा लोगों को खादी पहनने और शराब का त्याग करने को कहा |

* उनका मानना था कि अंग्रेज अहिन्सा से नही , बल्कि बल प्रयोग से भगाया जा सकता है |



8. राष्ट्रीय दल राज्य स्तरीय दल की मान्यता प्राप्त करने हेतु किन शर्तों को पूरा करना जरूरी होता है ?


उत्तर: राष्ट्रीय दल की मान्यता हेतु शर्ते

* 1. अगर कोई दल लोकसभा चुनाव में पड़े कुल वोट का अथवा चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में पड़े कुल वोटों का 6% हासिल करता है और

2. लोकसभा के चुनाव में कम से कम 4 सीटों पर जीत दर्ज करता है उसे राष्ट्रीय दल की मान्यता मिलती है।



राज्य के राजनीतिक दल की मान्यता के शर्त :

1. जब कोई पार्टी राज विधानसभा के चुनाव में पड़े कुल मतों का 6 फ़ीसदी या उससे अधिक हासिल करती है और

2. उस राज्य के विधानसभा चुनाव में कम से कम 2 सीटों पर जीत दर्ज करती है तो उसे अपने राज्य के राजनीतिक दल के रूप में मान्यता मिल जाती है।





Section C


Long Answer Type Questions                     2*5=10




9. लोकतंत्र सामाजिक विविधताओं में सामंजस्य कैसे लाता है ? उदाहरण देकर बताएं |


उत्तर: 👉 लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं अनेक तरह के सामाजिक विभाजनों को संभालती है

👉 लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं आमतौर पर अपने अन्दर की प्रतिद्वन्द्विताओं को संभालने की प्रक्रिया विकसित कर लेती है | इससे इन टकरावों का विस्फोटक या हिंसक रूप लेने का अंदेशा कम हो जाता है |

👉 इस व्यवस्था में सामाजिक समूहों के बीच अंतरों और विभेदों का आदर करना सीख लेता है और इनके बीच बातचीत से सामंजस्य बैठाने की कला विकसित कर लेती है |

👉 लोकतंत्र में बहुमत को सदा ही अल्पमत का ध्यान रखना होता है |

👉 लोकतंत्र में किसी-न-किसी अवसर पर बहुमत का हिस्सा बनाने का मौक़ा मिलता है



                                            अथवा

लोकतंत्र किस प्रकार एक उत्तरदायी, जिम्मेदार तथा वैध सरकार बनाता है ?


उत्तर:

👉 लोकतंत्र में सरकार जनता द्वारा चुनी जाती है जो शासन को वैध बनाती है |

👉लोकतांत्रिक सरकार जनता के हित के अनुकूल कार्य करती है जो उसके जनता के प्रति उत्तरदायी और जिम्मेवारी को दर्शाती है |

👉जो सरकार जनता के प्रति उत्तरदायी और जिम्मेवार नहीं होती है उसे जनता शासन से हटा देती है

👉लोकतंत्र में वही राजनीतिक दल सरकार का गठन करती है जिसे जनता का बहुमत प्राप्त होता है |

👉 लोकतंत्र में जनता को अपने किये गए कार्यों का लेखा-जोखा देना होता है

👉 लोकतंत्र में ऐसी सरकार होती है , जो कायदे क़ानून को मानती है और जनता के प्रति जवाबदेह होती है



10. भारत में वैश्वीकरण के प्रभावों का विश्लेष्ण करें |         cbse - 2020


उत्तर:

* वैश्वीकरण के परिणामस्वरूप उत्पादकों (स्थानीय और वेदेशी ) के बीच प्रतिस्पर्द्धा बढ़ी है |

* उपभोक्ताओं को कम कीमत और गुणवता पूर्ण वस्तुओं का विकल्प मिलता है |

* सरकार की सकल घरेलू आय में बढ़ोतरी हुई है |

* लोगों को रोजगार मिलता है |

* विदेशी कम्पनियों के आगमन से उन्नत तकनीक का लाभ स्थानीय कम्पनियों को भी प्राप्त होता है |

                                        अथवा

बहुराष्ट्रीय कम्पनी क्या है ? इसके किन्ही चार विशेषताओं का वर्णन करें | CBSE- 2011


उत्तर: बहुराष्ट्रीय कम्पनी – बहुराष्ट्रीय कम्पनी (Multi National Company ) एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण व स्वामित्व रखती है | यह उन प्रदेशों में कार्यालय एवं उत्पादन के लिए कारखाने स्थापित करती है , जहां उसे सस्ते श्रमिक एवं अन्य संसाधन प्राप्त होते है | वे अपने अंतिम उत्पादों को विश्व स्तर पर बेचती है और वैश्विक रूप से ही माल एवं सेवाओं का उत्पादन भी करते है |

बहुराष्ट्रीय कम्पनी की विशेषताएं :

* बहुराष्ट्रीय कम्पनी (Multi National Company ) एक से अधिक देशों में उत्पादन पर नियंत्रण व स्वामित्व रखती है |

* यह उन प्रदेशों में कार्यालय एवं उत्पादन के लिए कारखाने स्थापित करती है , जहां उसे सस्ते श्रमिक एवं अन्य संसाधन प्राप्त होते है |

* वे अपने अंतिम उत्पादों को विश्व स्तर पर बेचती है और वैश्विक रूप से ही माल एवं सेवाओं का उत्पादन भी करते है |

* उत्पादन लागत में कमी करने तथा अधिक लाभ कमाने के लिए बहुराष्ट्रीय कम्पनियां प्रयास करती है |



Section D

Case Based Questions                4*2=8



11. निम्नलिखित स्रोत को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिये |                        (4)

गांधीजी ने वर्ष 1919 में प्रस्तावित रालेट एक्ट (1919) के खिलाफ एक राष्ट्रवादी सत्याग्रह आन्दोलन चलाने का फैल्सला लिया| भारतीय सदस्यों के भारी विरोध के बाबजूद इस क़ानून को इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल ने बहुत जल्दबाजी में पारित कर दिया था |

फरवरी, 1922 में महात्मा गांधी ने असहयोग आन्दोलन वापस लेने का फैसला कर लिया | उनको लगता था कि आन्दोलन हिंसक होता जा रहा है और सत्याग्रहियों को व्यापक प्रशिक्षण की जरूरत है | कांग्रेस के कुछ नेता इस तरह के जनसंघर्षों से थक चुके थे| वे वर्ष 1919 के गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट के तहत गठित की गई प्रांतीय परिषदों के चुनाव में हिस्सा लेना चाहते थे | उनको लगता था कि परिषदों में रहते हुए ब्रिटिश नीतियों का विरोध करना, सुधारों की वकालत करना और यह दिखाना भी मह्त्वपूर्ण है कि ये परिषदें लोकतांत्रिक संस्थाएं नहीं है | सी आर दास और मोतीलाल नेहरू ने परिषद अराजनीति में वापस लौटने केलिए कांग्रेस के भीतर ही स्वराज पार्टी का गठन कर डाला |

जवाहरलाल नेहरु और सुभाष चन्द्र बोस जैसे युवा नेता ज्यादा उग्र जनांदोलन और पूर्ण स्वतन्त्रता के लिए दबाब बनाए हुए थे | आंतरिक बहस व् असहमति के इस माहौल में दो ऐसे तत्त्व थे, जिन्होने बीस के दशक के आख़िरी सालों में भारतीय राजनीती की रूपरेखा एक बार फिर बदल दी |

11.1 फरवरी, 1922 में गांधीजी ने किन कारणों से असहयोग आन्दोलन बीच में ही समाप्त करने की घोषणा की ?        (1)


उत्तर: 6 फरवरी 1922, को गोरखपुर में चौरी-चौरा काण्ड के पश्चात गांधी जी ने 12 फरवरी 1922 को असहयोग आन्दोलन वापस ले लिया |

11.2 रालेट एक्ट (1919) का विरोध भारतीयों द्वारा क्यों किया जा रहा था ?            (1)

उत्तर: इस एक्ट के अनुसार , राजनीतिक कैदियों को बिना किसी मुकदमा चलाए दो वर्ष तक जेल में रखा जा सकता था |

11.3    स्वराज दल की स्थापना का मुख्य उद्वेश्य क्या था ?        (2)


उत्तर: * वर्ष 1919 के गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया एक्ट के तहत गठित की गई प्रांतीय परिषदों के चुनाव में हिस्सा लेना चाहते थे |

* उनको लगता था कि परिषदों में रहते हुए ब्रिटिश नीतियों का विरोध करना, सुधारों की वकालत करना और यह दिखाना भी मह्त्वपूर्ण है कि ये परिषदें लोकतांत्रिक संस्थाएं नहीं है


12. निम्नलिखित स्रोत को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिये |                (4)

राज्यों व् देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान –प्रदान व्यापार कहलाता है | बाजार एक ऐसी जगह है जहां इसका विनिमय होता है | देशों के मध्य यह व्यापार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है | यह समुद्री, हवाई व् स्थलीय मार्गों द्वारा हो सकता है | यद्यपि स्थानीय व्यापार शहरों, कस्बों व गाँवों में होता है , राज्यस्तरीय व्पापार दो या अधिक राज्यों के मध्य होता है | एक देश के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रगति उसके आर्थिक वैभव का सूचक है | इसलिए इसे राष्ट्र का आर्थिक बैरोमीटर भी कहा जाता है |

सभी देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर निर्भर है क्योंकि संसाधनों की उपलब्धता क्षेत्रीय है अर्थात इनका वितरण असमान है | आयात तथा निर्यात व्यापार के घटक है | आयात व् निर्यात का अंतर ही देश के व्यापार संतुलन को निर्धारित करता है | अगर निर्यात मूल्य आयात मूल्य से अधिक हो तो उसे अनकूल व्यापार संतुलन कहते है | इसके विपरीत निर्यात की अपेक्षा आयत असंतुलित व्यापार कहलाता है |

12.1 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को किसी राष्ट्र का आर्थिक बैरोमीटर क्यों कहा जाता है ?            (1)


ऊतर: एक देश के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रगति उसके आर्थिक वैभव का सूचक है | एक देश का निर्मित वस्तु दुसरे देशों में जितने ज्यादा निर्यात होगा, उस देश की आय में बढ़ोतरी होगी |

12.2 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का क्या आशय है ?        (1)


उत्तर: दो देशों के बीच होने वाले व्यापार को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहा जाता है |

12.3 अनुकूल व्यापार संतुलन और प्रतिकूल व्यापार संतुलन में अतंर स्पष्ट करें |            (2)


उत्तर: यदि किसी देश का निर्यात मूल्य आयात मूल्य से अधिक हो तो उसे अनकूल व्यापार संतुलन कहते है | इसके विपरीत निर्यात की अपेक्षा आयत असंतुलित/प्रतिकूल व्यापार कहलाता है |



Section E

Map Work                  3*1= 3

13. दिए गए भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित स्थलों को दर्शाए |

13.1 A स्थान जहां हिंसा के कारण असहयोग आन्दोलन स्थगित करना पडा

13.2   (I) राजा सांसी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

13.3   (II)  कैगा परमाणु संयंत्र

उत्तर: 


1 comment:

M. PRASAD
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