विद्रोही और राज : 1857 का आन्दोलन और उसके व्याख्यान
अंग्रेजों की अत्याचारपूर्ण नीतियों और शोषण के विरूद्व 1857 ई. में भारत में विद्रोह का आरम्भ हुआ जिसे भारत का प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम कहा गया |
महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न :
1. 10 मई 1857 को सिपाहियों द्वारा सर्वप्रथम कहां विद्रोह किया गया ?
उत्तर: मेरठ
2. विद्रोहियों ने दिल्ली पर कब्जा कब किया ?
उत्तर: 11 मई 1857
3. विद्रोहियों ने किसे अपना नेता चुना ?
उत्तर: मुग़ल बादशाह बहादुर शाह जफ़र को
4. फिरंगी किस भाषा का शब्द है ?
उत्तर: फ़ारसी
5. सिपाहियों में किस समूह ने एनफील्ड रायफल को इस्तेमाल करने से इनकार किया ?
उत्तर: 7वीं अवध इर्रेग्युलर कैवेलरी समूह ने
6. दिल्ली में सिपाही विद्रोह का नेतृत्व कौन कर रहा था ?
उत्तर: बहादुर शाह जफ़र
7. कानपुर में विद्रोहियों ने किसे अपना नेता चुना ?
उत्तर: नाना साहब को
8. झांसी में विद्रोह का नेतृत्व कौन कर रहा था ?
उत्तर: लक्ष्मी बाई
9. बिहार के जगदीशपुर में विद्रोह का नेतृत्व किसने किया था ?
उत्तर: बाबू वीर कुंवर सिंह
10. लखनऊ में विद्रोह का नेता कौन था ?
उतर: लखनऊ नबाब वाजिद अली शाह का पुत्र बिरजिस कद्र
11. 1857 में छोटानागपुर स्थित सिंहभूम में विद्रोह का नेतृत्व किसने संभाला ?
उत्तर: गोनू ने कोल आदिवासियों का नेतृत्व किया
12. शाह मल और मौलवी अहमदुल्ला शाह ने किन इलाकों में 1857 का विद्रोह का नेतृत्व किया ?
उत्तर: उत्तर प्रदेश के बडौत परगना और फैजाबाद
13. अंग्रेजों ने सती प्रथा को कब खत्म किया ?
उत्तर: 1829
14. रेजीडेंट का आशय क्या है ?
उत्तर: रेजीडेंट गवर्नर जनरल के प्रतिनिधि को कहा जाता था | उसे ऐसे राज्य में तैनात किया जाता था जो अंग्रेजों के प्रत्यक्ष शासन के अंतर्गत नहीं था |
15. भारत में सहायक संधि का जन्मदाता किसे माना जाता है ?
उत्तर: लार्ड वेलेजली
16. सहायक संधि का पहला प्रयोग कौन किया था ?
उत्तर: फ्रांसीसी गवर्नर डूप्ले
17. 1851 में अवध के बारें में किसने कहा था " ये गिलास फल (cherry) एक दिन हमारे ही मुंह में आकर गिरेगा "|
उत्तर: लार्ड डलहौजी
18. अवध रियासत को अंगरेजी साम्राज्य में किसने और किस वर्ष मिला लिया गया ?
उत्तर: लार्ड डलहौजी ने 1856 में कुप्रबंध के आधार पर
19. अवध रियासत ने अंग्रेजों से सहायक संधि कब किया था ?
उत्तर: 1801 में
20. ताल्लुकदार का आशय क्या है ?
उत्तर: जमींदार
21. अंग्रजों ने अवध रियासत के अधिग्रहण के बाद एकमुश्त बंदोबस्त के नाम से ब्रिटिश भूराजस्व व्यवस्था कब लागू किया गया ?
उत्तर: 1856
22. एकमुश्त बंदोबस्त का आशय क्या है ?
उत्तर: यह बंदोबस्त इस व्यवस्था इस मान्यता पर आधारित था कि ताल्लुकदार बिचौलिए थे जिनके पास जमीन का मालिकाना हक़ नही था | उन्होंने बल और धोखाधड़ी के जरिये अपना प्रभुत्व स्थापित किया था |इस व्यवस्था में ताल्लुक्दारों को उनकी जमीनों से बेदखल किया जाना था |
23. "बंगाल आर्मी की पौधशाला " किसे कहा जाता था ?
उत्तर: अवध
24. आजमगढ़ घोषणा कब प्रकाशित हुआ ?
उत्तर: 25अगस्त 1857
25. ' रिलीफ ऑफ लखनऊ ' (लखनऊ की राहत ) चित्र किसने बनाया था ?
उतर: 1859 में टामस जोन्स बार्कर द्वारा
26. लखनऊ विद्रोह का दमन किस अंग्रेज ने किया ?
उत्तर: कॉलिन कैम्पबेल
27. ' इन मेमोरियल ' नामक चित्र किस अंग्रेज की कृति है ?
उत्तर: जोजेफ नोएल पेटन (1859)
28. 'खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी ' के कवियित्री कौन है ?
उत्तर: सुभद्रा कुमारी चौहान
29. विद्रोह के लिए हिन्दुओं और मुसलमानों को एकजूट होने के लिए हिन्दी , उर्दू और ....?.. भाषा में अपीलें जारी होने लगी |
उत्तर: फ़ारसी
30. मिलान करें
'क' 'ख'
अवध में सहायक संधि 11-12 मई 1857
युद्व में रानी झांसी की मृत्यु 30 मई, 1857
लखनऊ में विद्रोह 1801
बहादुर शाह ने सांकेतिक नेतृत्व स्वीकार किया - 1858
उतर: अवध में सहायक संधि - 1801
युद्व में रानी झांसी की मृत्यु - 1858
लखनऊ में विद्रोह - 30 मई 1857
बहादुर शाह ने सांकेतिक नेतृत्व स्वीकार किया - 11-12 मई 1857
NCERT Questions-Answers
31. बहुत सारे स्थानों पर विद्रोही सिपाहियों के नेतृत्व सम्भालने के लिए पुराने शासकों से क्यों आग्रह किया गया ?
उत्तर:
1. विद्रोही भारत से ब्रिटिश शासन को हटाना तथा 18वीं सदी के पूर्व ब्रिटिश व्यवस्था को पुन: स्थापित करना चाहते थे |
2. उन राज्यों एवं रियासतों के शासकों में असंतोष था जिनके राज्य का विलय अंगरेजी साम्राज्य में धोखा एवं छल से मिला लिया गया था |
3. अंगरेजो का सामना करने के लिए एक योग्य एवं सर्वमान्य नेतृत्व की आवश्यकता थी जिसके नेतृत्व में सभी एकजूट हो सके |
4. इसलिए विद्रोहियों ने दिल्ली पर आक्रमण कर मुगल बादशाह बहादुर शाह जफ़र को विद्रोह का नेतृत्व संभालने का अनुरोध किया |
5. कानपुर में शहर के लोग एवं सिपाहियों ने नाना साहब को अपना नेता बनाया |
32. उन साक्ष्यों के बारे में चर्चा कीजिये जिनसे पता चलता है कि विद्रोही योजनाबद्व और समन्वित ढंग से काम कर रहे थे ?
उत्तर: निम्नलिखित बिन्दुओं से यह पता चलता है कि विद्रोही योजनाबद्व और समन्वित ढंग से काम कर रहे थे |
1. भिन्न -भिन्न छावनियों के सिपाहियों के मध्य अच्छा संचार सम्बन्ध स्थापित किया गया था |
2. चार्ल्स वाल , जो विद्रोह के प्रारम्भिक इतिहासकारों में से एक थे , ने उल्लेख किया है कि प्रत्येक रेजीमेंट के देशी अफसरों की अपनी पंचायते होती थी जो रात को आयोजित की जाती थी |इन पंचायतों में विद्रोह संबंधी निर्णय सामूहिक होते थे |
3. छावनी एक दूसरे की सलाह से कार्य कर रही थी | जब 7 वीं अवध इर्रेग्युलर कैवेलरी ने चर्बी युक्त कारतूसों का प्रयोग करने से मना कर दिया तो उन्होंने 48 वीं नेटिव इन्फेंट्री को धर्म की रक्षा हेतु किये गए निर्णय से अवगत कराया और कहा कि हम आपके हुक्म का इंतजार कर रहे है |
33. 1857 के विद्रोह के दौरान हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच धार्मिक भेद के लक्ष्ण क्यों दिखाई नहीं दिए ? परख कीजिये |
उत्तर:
* विद्रोहियों में ज्यादातर कम पढ़े लिखे सैनिक थे जिन्होंने अपने विचारों का प्रसार करने और लोगों में संघर्ष में भाग लेने के लिए घोषणाएं जारी किये जिसमें जाति धर्म भेद का स्थान नहीं दिया गया |
* मुस्लिम के तरफ से जारी घोषणाओं में हिन्दुओं के भावनाओं का ख्याल रखा जाता था | वहीं हिन्दू वर्ग के लोग अपने पुराने गौरवगाथा का गुणगान करके लोगों को संघर्ष में भाग लेने की सन्देश देते थे
* मुस्लिम के तरफ से जारी घोषणाओं में हिन्दुओं के भावनाओं का ख्याल रखा जाता था | वहीं हिन्दू वर्ग के लोग अपने पुराने गौरवगाथा का गुणगान करके लोगों को संघर्ष में भाग लेने की सन्देश देते थे
No comments:
Post a Comment
M. PRASAD
Contact No. 7004813669
VISIT: https://www.historyonline.co.in
मैं इस ब्लॉग का संस्थापक और एक पेशेवर ब्लॉगर हूं। यहाँ पर मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी और मददगार जानकारी शेयर करती हूं। Please Subscribe & Share