Jaliyanwala Bagh Massacre--1919
जलियावाला बाग हत्याकांड-1919

1. यह घटना 13 अप्रैल 1919 ई0 में पंजाब के अमृतसर के जलियावाला बाग नामक स्थान में हुआ था ।
2. रालेट ऐक्ट का विरोध पूरे देश में चल रहा था।महत्वपूर्ण नेताओं की गिरफ्तारी हो रही थी ।
3. पंजाब में दो लोकप्रिय नेता डॉ सत्यपाल और डॉ सैफ़ुद्दीन किचलू को गिरफ्तार कर जिला बदर कर दिया गया ।
4. सजे विरोध में जनता ने शांतिपूर्ण जुलूस निकाला जिसे आगे बढ़ने पर पुलिस ने गोलियां चलाई ।
5. शहर में विद्रोह को कुचलने के लिए सैन्य ब्रिग्रेडियार जनरल ओ. डायर को नियुक्त किया और मार्शल ला लागू कर दिया गया ।
6. 13 अप्रैल 1919 को वैशाखी के दिन अमृतसर में लगभग साम 4 बजे जलियांवाला बाग में एक सभा का आयोजन किया गया जिसमें लगभग 20000 लोग एकत्रित हुए ।
7. इस बाग में एक ही 6 फिट चौड़ी संकरी गली थी जो बाग को जाती थी ।
8. जनरल डायर अपने सिपाहियों के साथ आया और दस मिनट के अंदर 1650 रांउड गोलियां बरसाई।
9. सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 379 लोग मारे गई और सैकड़ों घायल हुए । परन्तु वास्तविकता में कुछ और थी ।
प्रतिक्रिया
1.इस हत्याकांड की घटना सबको अचंभित कर दिया ।
2. सरकार विवशता में लार्ड हंटर की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की जिसमे 5 अंग्रेज और 3 भारतीय सदस्य थे ।
3. रवीन्द्रनाथ टैगोर ने "सर" की उपाधि लौटा दी ।
4. महात्मा गांधी ने कैसर के हिन्द की उपाधि लौटा दी ।
5. इस घटना ने अंग्रेजों के सहयोगी गांधी को असहयोगी बना दिया ।
1.इस हत्याकांड की घटना सबको अचंभित कर दिया ।
2. सरकार विवशता में लार्ड हंटर की अध्यक्षता में एक समिति नियुक्त की जिसमे 5 अंग्रेज और 3 भारतीय सदस्य थे ।
3. रवीन्द्रनाथ टैगोर ने "सर" की उपाधि लौटा दी ।
4. महात्मा गांधी ने कैसर के हिन्द की उपाधि लौटा दी ।
5. इस घटना ने अंग्रेजों के सहयोगी गांधी को असहयोगी बना दिया ।
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