Tuesday 12 May 2020

यूरोप में राष्ट्रवाद का उदय ( class-10, Chapter-1, part-2)

फ्रांसीसी क्रान्ति और राष्ट्र का विचार :
*  14 जूलाई 1789 के पहले फ्रांस में निरंकुश राजतन्त्र था , वहां का तत्कालीन शासक लूई सोलहवां था |
* राष्ट्रवाद की पहली अभिव्यक्ति  1789 में फ्रांसीसी क्रान्ति के साथ हुई |
* फ्रांसीसी क्रांति से राजनीतिक और संवैधानिक बदलाव हुए , उनसे प्रभुसत्ता  राजतंत्र से निकलकर फ्रांसीसी नागरिकों के समूह में हस्तांतरित हो गई |
* फ्रांसीसी क्रान्ति के दौरान घोषणा की कि अब लोगों के द्वारा राष्ट्र का गठन होगा |
फ्रांसीसी क्रांतिकारियों के द्वारा राष्ट्रीय और सामूहिक पहचान के लिए उठाए गए कदम :
1. पितृभूमि और नागरिक जैसे विचारों ने एक संयुक्त समुदाय पर बल दिया जिसे एक संविधान के अंतर्गत सामान अधिकार प्राप्त थे |
2. एक नया फ्रांसीसी झंडा -तिरंगा चुना गया |
3. एस्टेट जनरल का चुनाव सक्रीय नागरिकों के समूह के द्वारा किया जाने लगा और उसका नाम बदल कर नेशनल एसेम्बली रख दिया गया |
4. नए संविधान बनाकर सभी नागरिको को समान अधिकार देकर समानता के स्थापना पर बल दिया गया |
5. शहीदों का गुणगान किया गया |
6. आन्तरिक आयात -निर्यात व्यवस्था समाप्त कर भार तथा नापने की एकसमान व्यवस्था लागू किया गया |
7. फ्रेंच भाषा को प्रोत्साहन दिया गया ,
फ्रांसीसी क्रांति का यूरोपीय राष्ट्रों पर  प्रभाव :
* क्रांतिकारियों ने यह भी घोषणा की फ्रांसीसी राष्ट्र का यह भाग्य और लक्ष्य था की वह यूरोप के लोगों को निरंकुश शासकों से मुक्त कराये |
* फ्रांसीसी क्रान्ति ने यूरोप के निरंकुशवाद के विरूद्व राष्ट्रीयता की भावना जागृत कर दिया |
*  फ्रांस की घटना से यूरोप के विभिन्न शहरों में छात्र तथा शिक्षित मध्य-वर्गों के अन्य सदस्य जैकोबिन कल्बों की स्थापना करने लगे |
* इनकी गतिविधियों और अभियानों ने  उन फ्रेंच सेनाओं के लिए रास्ता तैयार किया जो 1790 के दशक में हालैंड , बेल्जियम , स्विट्जरलैंड और इटली के बड़े इलाके में घुसी |
* फ़्रांसीसी सेनाएं  राष्ट्रवाद के विचार को विदेशों में ले जाने लगी |
राष्ट्रवाद के प्रसार में नेपोलियन का योगदान :
* नेपोलियन बोनापार्ट 1799 में डायरेक्टरी का शासन समाप्त कर प्रथम कांसल  के रूप में फ्रांस  की सता पर अधिकार कर लिया |
* 1804 में फ्रांस का सम्राट बन गया | 
* सम्राट के रूप में ब्रिटेन को छोड़कर समस्त यूरोप पर अपना आधिपत्य स्थापित  कर लिया था | इन क्षेत्रों में उन सुधारों की शुरूआत की जिन्हें फ्रांस में आरम्भ किया जा चुका था |
* नेपोलियन संहिता  लागू किया , जन्म पर आधारित विशेषाधिकार समाप्त कर दिये , क़ानून के समक्ष बराबरी और सम्पति के अधिकार को सुरक्षित बनाया | 
* डच गणतन्त्र, स्विट्जरलैंड , इटली और जर्मनी में नेपोलियन ने प्रशासनिक विभाजनों को सरल बनाया , सामंती व्यवस्था को समाप्त किया  और किसानों को भू-दासत्व और जागीरदारी शुल्कों से मुक्ति दिलाई |
* शहरों में श्रेणी -संघों के नियंत्रणों को हटाया , यातायात और संचार -व्यवस्थाओं को सुधारा गया |
                   फ्रांसीसी सेनाओं के शुरुआती स्वागत के बाद धीरे-धीरे डच गणतन्त्र, स्विट्जरलैंड , इटली और जर्मनी के लोग में  स्वयं राष्ट्रवाद की भावना बढने लगी और इटली और जर्मनी में राष्ट्रीय एकीकारण का रास्ता तैयार कर दिया |

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